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जमालपुर पहुंचे पूर्व रेलवे के रेल महाप्रबंधक हरेंद्र राव

वार्षिक निरीक्षण कार्यक्रम के लिए जमालपुर पहुंचे पूर्व रेलवे के रेल महाप्रबंधक हरेंद्र राव ने रेल इंजन कारखाना जमालपुर के निरीक्षण के क्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि एशिया प्रसिद्ध रेल इंजन कारखाना जमालपुर विकास की ओर अग्रसर है। लगातार कारखाने का टर्नओवर बढ़ रहा है। जमालपुर कारखाना द्वारा निर्मित 140 टन क्रेन सहित अन्य क्रेन के उत्पादन में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी हुई है। वहीं, जमालपुर कारखाना द्वारा बॉक्सएनएचएल वैगन, 35 टन जैक सहित कई अन्य नए-नए उपकरण तैयार किए जा रहे हैं, जो इस कारखाने की विशिष्टता का प्रतीक है। इस कारखाने को काफी कार्यभार दिया गया है। जिसमें कुछ कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जबकि कई कार्य तीव्र गति से संचालित किए जा रहे हैं। रेल कारखाना जमालपुर आधुनिकीकरण के लिए आवश्यक संसाधनों में मानव बल उपलब्ध कराने के साथ-साथ कर्मियों को प्रशिक्षित करने अत्याधुनिक उपकरणों एवं कच्ची सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जा रहा है। यदि मानव बल के साथ इन तीनों संसाधनों से लैस कर दिया जाएगा तो जमालपुर कारखाना निश्चित रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन करेगा। वर्तमान में भी रेल कारखाना जमालपुर का कार्य काफी सराहनीय है। रेल कर्मियों को क्रिटिकल कंडीशन में कार्य करने के लिए सक्षम बनाने को लेकर कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिसमें वेल्डिंग और फिटिंग का विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

2 वर्ष के अंदर पूर्ण होगा नई सुरंग का निर्माण कार्य

रेल महाप्रबंधक हरेंद्र राव ने साक्षात्कार के दौरान कहा कि रेल विद्युतीकरण कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। पहले चरण में भागलपुर-किऊल रेलखंड पर मार्च 2019 तक विद्युतीकरण कार्य पूर्ण कर इलेक्ट्रिक ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। किऊल-जमालपुर के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन का ट्रायल टेस्टिंग कर लिया गया है। जमालपुर और भागलपुर का कार्य संपन्न होते ही इस रेलखंड पर नियमित रूप से इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने लगेगी। जमालपुर के निकट बरियाकोल सुरंग के समानांतर नए रेल सुरंग के निर्माण के लिए टेंडर पूरा होने के बाद कार्य शुरू कर दिया गया है। सुरंग निर्माण का कार्य जटिल होने की वजह से इसमें डेढ़ से 2 वर्ष तक का समय लगेगा। सतर्कतापूर्वक ब्लास्टिंग एवं कटिंग में सबसे अधिक समय लगता है। वहीं, भागलपुर-रांची भाया किऊल रांची एक्सप्रेस के दोबारा परिचालन शुरू करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस रेलखंड पर झरिया के समीप रेल सेवा बाधित हुई थी। फिलहाल इस रेलखंड पर मालगाड़ी का परिचालन शुरू कर दिया गया है। ईस्ट सेंट्रल रेलवे द्वारा मंजूरी दिए जाने के बाद ही इस रेलखंड से किसी ट्रेन का परिचालन शुरू किया जा सकता है। एक्ट अप्रेंटिस कर्मियों के प्रकरण में उन्होंने स्पष्ट कहा कि रेलवे द्वारा अप्रेंटिस प्रशिक्षु को ग्रुप-डी बहाली में 20% आरक्षण के तहत उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है। इससे अतिरिक्त उन्हें कुछ भी देना संभव नहीं है।

गौरव कुमार मिश्रा की रिपोर्ट

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