मथुरा/लखनऊ। (एसबीएन उत्तर प्रदेश पॉलिटिकल डेस्क)। फिल्म शोले के रील लाइफ में बसंती को गब्बर सिंह से बचाने के लिए वीरू गब्बर के ठिकाने पर निहत्थे पहुंच जाते हैं। और गब्बर के आदमी वीरू को जकड़ बेड़ियों में जकड़ देते हैं। गब्बर सिंह बसंती के आगे यह शर्त रखते हैं कि जब तक वह नाचेगी और उसके पैर थिरकते रहेंगे तब तक वीरू की सांसे चलती रहेगी। वीरू बसंती को गब्बर सिंह के सामने नाचने से मना करते हैं, और कहते हैं – “बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना।” वीरू के रोल में अभिनेता धर्मेंद्र के इस दमदार डायलॉग ने फिल्म शोले को काफी प्रसिद्धि दिलाई थी। गब्बर की शर्तों के आधार पर बसंती की किरदार में अभिनेत्री हेमा मालिनी गब्बर सिंह अर्थात अमजद खान के सामने “जब तक है जां, जाने जहां मैं नाचूंगी” गीत पर नाचती है। और अंततः वीरू बसंती को गब्बर से छुड़ाकर उसे बचाने में कामयाब हो जाता है। मगर, आज रियल लाइफ में जब बसंती एक बार फिर चुनावी दंगल में विरोधियों के बीच घिरी और कमजोर नजर आ रही है। तथा बसंती काफी मुश्किल में पड़ी है तो एक बार फिर उसे चुनावी दंगल को पार कराने के लिए उनके पति अभिनेता धर्मेंद्र ने अपने वीरू के रूप में एंट्री कर दी है। और फिर उन्होंने अपने उसी पुराने अंदाज में यह भी कहा है कि वह बसंती को मुश्किल से बाहर निकाल लेगा। मतलब साफ है कि मथुरा लोकसभा सीट पर मतदाताओं की नाराजगी को जब हेमा मालिनी दूर करने में असफल रही तो पहले उन्होंने मथुरा के खेतों में किसानों के साथ मिलकर गेहूं की बालियां काटी। मगर फिर भी उनका काम बनता नजर नहीं आया। बसंती अपने इस अदा से भी जब मथुरा के किसानों एवं आम मतदाताओं को रिझाने में कामयाब ना रही तो उन्होंने अपने पति वीरू को चुनावी दंगल में उतार लिया। बहरहाल, देखना यह दिलचस्प होगा कि फिल्म शोले के रील लाइफ की तरह ही वीरू बसंती को रियल लाइफ में भी मथुरा के चुनावी दंगल के बीच सफल बना पाते हैं या नहीं ?