मुंगेर। प्रतिमा विसर्जन लाठी-गोलिकांड के दोषियों को सजा दिलाने एवं शहीद अनुराग को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर विश्व मानवाधिकार दिवस दस दिसंबर को मुंगेर बन्द किया जाएगा।
क्योंकि जांच अधिकारी के रूप में मगध आयुक्त ने लिपि सिंह सहित तमाम दोषियों को बचाने का काम किया है।
उक्त बातें एनसीपी श्रमिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष संजय केशरी ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए कहा।
श्री केशरी ने आक्रोशित शब्दों में कहा कि बिहार सरकार के किसी पदाधिकारी में यह हिम्मत नहीं है कि वह सूरमा भोपाली की पोसपुत्री लिपि सिंह के खिलाफ कार्रवाई कर सके।
श्री केशरी ने क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि तथाकथित इमानदार छवि वाले प्रमण्डलीय आयुक्त असंगबा चुबा को ताबड़तोड़ छानबीन में मात्र इतना पता चला कि तत्कालीन एसपी लिपि सिंह और तत्कालीन डीएम राजेश मीणा घटनास्थल पर कुछ विलम्ब से पहुंचे थे।