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मुंगेर में 4 वर्षीय मासूम को पोलियो का खुराक पिलाने से हुई मौत

मुंगेर ,बिहार
स्लग: मासूम की मौत
दिनांक: 26/2/2019

Anchor : टीकाकरण के बाद 6 महीने की मासूम की तबीयत बिगड़ी।2 घंटे के बाद मासूम की मौत।परिजनों ने लगाया आरोप टीकाकरण के कारण ही हुई बच्चे की मौत।मासूम के शव को लेकर मां पहुंची अस्पताल।अस्पताल में दर-दर भटकते रही मासूम की मां।अस्पताल प्रबंधन ने जांच का दिया भरोसा

Vol 1: मुंगेर में पोलियो का टिका लगाने के कुछ घंटे के बाद 6 माह के बच्चे की मौत
मामला सामने आया है। टिकारामपुर प्रखण्ड के बारानसी राय टोला निवासी चुल्हो यादव के पुत्र 6 महीने के मासूम दिव्यांशु को कल आँगन बाड़ी केंद संख्या 153 की सेविका आशा कुमारी और ए०एन० एम शबनम कुमारी की दीदी ने तीन टिका और एक पोलियो का दवा पिलाया ।दवा पिलाने के आधे घण्टे बाद बच्चे की हालत बिगड़ने लगी और जब स्थानीय डॉक्टर के पास बच्चे को ले गया तो, चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मृत्यु होने की खबर पर परिजनों में शोक की लहर हो गई मां का रो-रोकर बुरा हाल है।परिजनों ने टीकाकरण के कारण ही मासूम की मौत होने का आरोप लगाकर बच्चे को लेकर सदर अस्पताल सुबह पहुंच गई । बच्चे की मां अपने 6 महीने के मृत पुत्र को गोद में आंचल से छिपाकर अस्पताल के कार्यालय का चक्कर लगाती रही।वह कभी सीएस कार्यालय जाती ,तो कभी डी एस कार्यालय, तो कभी जिला प्रतिरक्षण कार्यालय ।लेकिन अस्पताल प्रबंधन अपनी अपनी जिम्मेवारी से भागते नजर आया ।अंत में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने कहा हम जांच कराएंगे ।

बाईट-1- बच्चे का मामा

Vol 2 – 6 महीने के मृत मासूम को ममता के आंचल में छुपा कर मां के द्वारा अस्पताल का चक्कर लगाते देख हर कोई का कलेजा फट रहा था लेकिन सदर अस्पताल के अधिकारियों का कलेजा मां के ममता पर नहीं पसीजा मामला बढ़ता देख जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी अताउल रहमान ने यह कहकर मामला को शांत करने की कोशिश किया कि हम जांच कराएंगे लेकिन यह एक बड़ी बात है कि आखिर जांच क्या होगी ।उन्होंने कहा कि टिका लगने से बच्चे की मौत नहीं हुई है ।सभी वैक्सीन सेफ वैक्सीन है ।बच्चे की मौत किसी और कारन से हुई होगी। उन्होंने कहा कि उस इलाके में दर्जनों बच्चों को वैक्सीन पिलाई गई है।लेकिन एक ही यह मामला आया है ।फिर भी वह इस मामले को लेकर जांच करेंगे ।एएनएम और दीदी को बुलाया गया है।

बाईट-2- डॉ मो अताउर रहमान प्रतिरक्षण पदाधिकारी सदर अस्पताल मुँगेर

गौरव कुमार की रिपोर्ट

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