राष्ट्रीय लोक समता पार्टी रालोसपा सुप्रीमों उपेंद्र कुशवाहा ने दरभंगा में राष्ट्रीय जनता दल आरजेडी उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्धकी के पक्ष में चुनाव प्रचार करते हुए सीतादेवी को लेकर विवादित बयान दिया है- संजीव मंडल
मुंगेर से गौरव कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
आज राष्ट्रीय लोक समता पार्टी रालोसपा सुप्रीम उपेंद्र कुशवाहा ने दरभंगा में आरजेडी उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्धकी के पक्ष में चुनावी प्रचार के दौरान हिंदू धर्म में पूजनीय देवी सीता रामायण काल से संबंधित के बारे में अमर्यादित बयान दिया। उपेंद्र कुशवाहा का यह कहना है कि माता सीता पर्दे के पीछे सिगरेट पीती है या हिंदू धर्म की आस्था को चोट पहुंचाने का काम है ।ऐसा लगता है कि उपेंद्र कुशवाहा को एनडीए में मनमानी नहीं करने दिया गया। जिसके कारण वो अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए महागठबंधन का दामन थाम बैठे लेकिन आनन-फानन में उनका निर्णय उनके लिए मानसिक तनाव बनता जा रहा है ।और यहीं वजह है कि वह अब अपने हिंदू धर्म की मर्यादा भी भूल चुके हैं राजनीतिक में वह इतने अंधे हो चुके हैं कि उसे यह भी ज्ञान नहीं की रामायण काल से संबंधित माता सीता आज भी पूरे भारत ही नहीं पूरे विश्व में हिंदुओं के लिए माता है ।और कुशवाहा जाति की उत्पत्ति भी इसी काल से जुड़ा है माता सीता के ही दो पुत्र लव और कुश में से उसके बेटे कुश का वंशज है और कुशवाहा जाति से संबंध रखने वाले उपेंद्र कुशवाहा अब अपने ही कुल की माता पर सवाल कर रहे हैं ।
वहीं भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा मुंगेर के संजीव मंडल बिहार प्रदेश कार्यसमिति सदस्य ने कहा कि आगामी 23 मई 2019 को जनता उन्हें उसके दोनों निर्वाचित सीट से हराकर उन्हें यह बता देगी कि उपेंद्र कुशवाहा भी कभी राजनीति में बिहार के लिए कुशवाहा के एक नेता थे वह दिन दूर नही जब उजियारपुर और काराकट की जनता उसे नकार कर हमेशा के लिए उसकी राजनीति को समाप्त कर देगी क्योंकि उपेंद्र कुशवाहा ने हमेशा ही पूरे बिहार के कुशवाहा को ठगने का काम किया है। पूरे बिहार में कुशवाहा हमेशा से ही भारतीय जनता पार्टी एनडीए के पक्ष में वोट करते आए हैं और करते रहेंगे।