•2 मार्च से चलेगा सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान
• जिले के दस प्रखंडो में चलेगा अभियान
गोपालगंज /29 फरवरी: सदर अस्पताल के क्षेत्रीय ट्रेनिंग सेंटर में सिविल सर्जन डॉ नन्दकिशोर प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में जिला टास्कफोर्स कमिटी व स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा बैठक की गई। जिसमे जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीडीपीओ बीएचएम, बीसीएम शामिल थे। बैठक में सिविल सर्जन ने कहा सामूहिक सहभागिता के साथ टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल किया जाए। इस अभियान में सभी की सहभागिता जरूरी है।
जिले में 2 मार्च से सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 2.0 के चौथे चरण की शुरुआत होगी। अभियान के तहत 2 साल तक के बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं को प्रतिरक्षित किया जायेगा। उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हर हाल में इस अभियान में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करना है। आशा कार्यकर्ता को ड्यू लिस्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अभियान को लेकर सर्वे रिपोर्ट, ड्यू लिस्ट, सेशन प्लान तैयार करें। मौके पर एसीएमओ, डीएमओ डॉ हरेंद्र प्रसाद, डीआईओ डॉ शक्ति कुमार सिंह, यूनिसेफ के एसएमसी रूबी कुमारी, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ विजय शाहू समेत अन्य मौजूद थे।
अभियान की होगी मॉनिटरिंग:
सिविल सर्जन ने कहा कि इस अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है। इसकी मॉनिटरिंग के लिए प्रखंड स्तर से लेकर जिला स्तर पर टीम बनाये गए हैं। अभियान के दौरान टीम फील्ड विजिट कर निरीक्षण भी करेगी। साथ ही लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए फ्लेक्स बैनर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
10 प्रखंडों में होगा टीकाकरण:
डीआईओ डॉ शक्ति कुमार सिंह ने बताया कि 10 प्रखंडों में टीकाकरण स्थलों को चिन्हित किया गया है। अभियान के दौरान बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं को टीका लगाया जाएगा। उन्होने ने बताया कि कार्यक्रम को सफल करने के लिए व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रम भी चलाये जा रहे हैं। सभी सत्रों पर आवश्यकता के अनुसार नुक्कड़ नाटक, माता बैठक, सामुदायिक बैठक, वीएचएसएनडी बैठक के साथ सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया है।
प्रखंडो में निकाली गई जागरूकता रैली:
यूनिसेफ के एसएमसी रूबी कुमारी ने बताया कि अभियान की सफलता को लेकर जिले में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। शनिवार को सडर ब्लॉक, विजयीपुर, भोरे प्रखंड में जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली में स्कूली बच्चे, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस के कर्मी शामिल थे।