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नैतिकता के आधार पर नीतीश कुमार सीएम पद से दे इस्तीफा

मुंगेर। बहुचर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में पॉशको कोर्ट द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संदीप तथा की जांच सीबीआई को सौंपी जाने के बाद मामला और भी गंभीर बन गया है जब मोकामा बालिका गृह से 7 लड़कियां फरार हो गई जिसमें 5 लड़कियां मुजफ्फरपुर बालिका गृह महा पाप की पीड़िताएं हैं। उक्त बातें शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर राजद प्रधान महासचिव सह प्रवक्ता मंटू शर्मा महानगर युवा राजद अध्यक्ष गजेंद्र कुमार हिमांशु उर्फ अरविंद यादव ने कहीं। उन्होंने कहा कि मोकामा के एक अस्पताल द्वारा संचालित बालिकागृह से सात लड़कियों का गायब हो जाना एक गंभीर मामला है। नीतीश कुमार जब तक बिहार के मुख्यमंत्री के पद पर बने रहेंगे तब तक मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की निष्पक्ष एवं स्वच्छ ढंग से जांच की कल्पना नहीं की जा सकती। इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संलिप्तता पर कोर्ट के द्वारा सवाल खड़े किए जाने पर नीतीश कुमार पूरी तरह से बौखला गए हैं। मुख्यमंत्री पद का दुरुपयोग करते हुए नीतीश कुमार जांच को प्रभावित करने में लगे हैं इसी का प्रतिफल है कि बालिका गृह कांड कि पीड़ितों को नीतीश कुमार के इशारे पर साजिश के तहत अगवा करवाया गया। ताकि पीड़ित बच्चियों द्वारा मूछ वाले अंकल एवं तोंद वाले अंकल की शिनाख्त ना हो सके। इस प्रकरण में नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

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