मुंगेर। सीताकुंड डीह स्थित एकाक्षर धाम में कार्तिक शुक्ल अष्टमी तिथि के मौके पर रविवार को तीन दिवसीय शांति महायज्ञ का शुभारंभ हुआ।
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मुंगेर एवं आसपास की जिला से आए महात्माओं ने संयुक्त रूप से यज्ञ आहुति देते हुए मुंगेर में शांति बनाए रखने तथा जनकल्याण की कामना को लेकर ओमकारेश्वर भगवान शिव का आह्वान किया।
इस दौरान एकाक्षर धाम परिसर में स्थित ओमकार वृक्ष की भी पूजा अर्चना की गई।
यज्ञ हवन का नेतृत्व कर रहे एकाक्षर धाम के संचालक स्वामी मुकेशानंद जी महाराज ने बताया कि पिछले दिनों मुंगेर में माता दुर्गा विसर्जन यात्रा के दौरान निहत्थे श्रद्धालु भक्तों पर अकारण ही पुलिस द्वारा गोलीबारी एवं लाठीचार्ज की गई थी जिसमें एक श्रद्धालु भक्त अनुराग पोद्दार की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई थी।
इस दुर्दांत घटना से ना सिर्फ मानवता आहत हुई थी बल्कि माता बड़ी दुर्गा महारानी का भी क्रोध मुंगेर शहर में देखने को मिला था जब हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त आक्रोशित होकर मुंगेर के कई थानों में आगजनी की घटना को अंजाम दिया था। यह घटना माता बड़ी दुर्गा महारानी के क्रोधाग्नि का एक प्रतीक था।
माता का रौद्र रूप मुंगेर जिला मुख्यालय देखने को मिला था जो आज भी माता का रौद्र रूप शांत नहीं हो पाया है। यही कारण है कि भगवान शिव की आराधना कर उनसे माता के रौद्र रूप को शांत करने के लिए आह्वान किया जा रहा है। इस यज्ञ का उद्देश्य मुंगेर में पुनः शांति व्यवस्था कायम करने तथा पूरे विश्व में जनकल्याण की भावना को प्रचारित प्रसारित करना है। इसी वजह से इस तीन दिवसीय यज्ञ को शांति महायज्ञ का नाम दिया गया है।