कोविड काल में राज्य भर में लागू लॉकडाउन के दौरान पुलिस पदाधिकारियों द्वारा आम लोगों तथा राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी और लॉकडाउन के उल्लंघन के नाम पर पुलिस द्वारा अवैध वसूली किए जाने, जिले में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था, गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए सरकार द्वारा आवंटित खाद्यान्न की कालाबाजारी सहित इससे कोविड काल में आम लोगों की समस्याओं के सवाल पर सर्वदलीय संघर्ष समिति के तत्वाधान में सोमवार को विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कोविड के नियमों का पालन करते हुए सामाजिक दूरी बनाकर मुंगेर यातायात थाना के समक्ष सांकेतिक घेराव किया।
इस सांकेतिक घेराव में सर्वदलीय संघर्ष समिति से जुड़े राष्ट्रीय जनता दल सीपीआई समाजवादी पार्टी जन अधिकार पार्टी बहुजन समाज पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी वैश्य महासभा सहित कई अन्य संगठनों के नेताओं ने हिस्सा लेते हुए मुंगेर पुलिस की कारगुजारियों का जमकर विरोध किया।
मुंगेर जमालपुर मुख्य मार्ग पर संदलपुर के निकट स्थित मुंगेर यातायात थाना को जिला के सबसे बड़े वसूली केंद्र की संज्ञा देते हुए प्रदर्शनकारी नेताओं ने 2 घंटे तक यातायात थाना का सांकेतिक घेराव किया। लॉकडाउन के नाम पर अवैध वसूली का जरिया बनाने वाले मुंगेर पुलिस की अकर्मण्यता एवं दुर्भावनापूर्ण कृत्यों को उजागर करते हुए हाथों में तख्ती लिए प्रदर्शनकारी नेताओं ने यातायात थाना पुलिस के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया।
विरोध प्रदर्शन में राष्ट्रीय जनता दल के जिलाध्यक्ष देवकीनंदन सिंह, समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष पप्पू यादव, राजद के प्रदेश महासचिव प्रमोद यादव, मुंगेर विधानसभा के राजद प्रत्याशी अविनाश विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव, राजद के प्रदेश महासचिव पंकज यादव, जमालपुर विधानसभा के बसपा प्रत्याशी सुबोध तांती सहित अन्य नेताओं ने मुंगेर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए।