StarBlueNews

सघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम को लेकर बैठक का आयोजन

2 दिसम्बर से अभियान की होगी शुरुआत

• अभियान के कुशल क्रियान्वयन पर चर्चा
• कार्ययोजना के तहत नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों का होगा टीकाकरण

सहरसा/ 18 नवम्बर:

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के कार्यालय में डीआईओ डॉ कुमार विवेकानंद की अध्यक्षता में सघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम को लेकर बैठक का आयोजन किया गया।

डीआईओ ने बताया नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों का अभियान चलाकर टीकाकरण किया जाएगा. इसको लेकर 2 दिसम्बर से जिले में सघन मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की जाएगी।
जिले के 5 प्रखंडों में 2 दिसंबर से अभियान की शुरूआत की जायेगी। प्रखंड में टीकाकरण से वंचित बच्चों की संख्या कुछ अधिक है. इसलिए उन पंचायतों में अभियान चलाकर शत-प्रतिशत बच्चों को प्रतिरक्षित करने का लक्ष्य निर्दाह्रित किया गया है. उन्होंने कहा इन चयनित पंचायतों में मिशन इंद्रधनुष के तहत तय टीकाकरण ही होगा अलग से कोई टीकाकरण नही होगा। निर्धारित लक्ष्यो का ससमय वेब पे अपलोड करना सुनिशित किया जाएगा। उन्होंने बताया इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ डब्लएचओ और यूनिसेफ जैसी सहयोगी संस्थाएं भी सहयोग करेंगे.
तीन चरणों में चलेगा अभियान: सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान चार चरणों में चलाया जाएगा। प्रथम चरण में 2 से 12 दिसबंर, दूसरे चरण में 6 से 16 जनवरी, तीसरे चरण में 3 से 13 फरवरी व चौथे चरण में 2 से 16 मार्च 2020 तक चलाया जाएगा।
इसके साथ ही जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के द्वारा कहा गया कि जहां पर टीकाकरण का लक्ष्य काफी कम है। जहां पर सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने बताया अभियान शुरु होने के पूर्प्रत्येक चक्र से पहले सभी संबंधित विभाग के साथ ब्लॉक का स्तर पर बैठक कर त्रुटियों को दूर करेंगे।

कार्य-योजना के तहत होगा टीकाकरण:
साथ ही उन्होंने बताया कि ने बताया सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान के लिए माइक्रोप्लान बनाया गया है। टीकाकरण के प्रतिदिन की रिपोर्ट प्रखंड से जिला स्वास्थ्य विभाग को भेजनी है। सभी आशा को ऐसे एरिया को सर्वे करने का निर्देश दिया गया है जहां के बच्चे नियमित टीकाकरण से वंचित है। सभी बीएचएम को सर्वे रिपोर्ट प्राप्त कर जिला मुख्यालय को भेजना है। इसके साथ ही साप्ताहिक समीक्षा बैठक में भी इसके बारे में जानकारी देनी है।
इस अवसर पर 5 ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तथा यूनिसेफ के एस एम सी एस बनटेश नारायण मेहता, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ, डॉ आर के सिंह, यूएनडीपी के मोहम्मद खालिद तथा अन्य सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि मौजूद थे।

Exit mobile version