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सहरसा: आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डेन हेल्थ कार्ड बनाने के लिए पंचायतस्तर पर लगा विशेष कैंप

• कहरा (बनगांव ), सिमरी बख्तियारपुर पंचायत में लगातार तीनों दिनों तक चलेगा कैंप

• नि:शुल्क निर्गत किया जायेगा गोल्डेन हेल्थ कार्ड

• सीएस ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों तथा स्वास्थ्य कर्मियों को दिया निर्देश

सहरसा

जिले में आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डेन हेल्थ कार्ड बनाने के लिए पंचायतस्तर पर विशेष कैंप लगा। इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ ललन सिंह ने बनगांव पंचायत में ललित झा के दरवाजे पर शिविर का उद्घाटन किया ।

उन्होंने संबोधित करते हुए ब्लाक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है। जिसमें कहा गया है पंचायतों में कैंप लगाकर गोल्डेन हेल्थ कार्ड बनाया जायेगा। इसके लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करे तथा कहरा, सिमरी बख्तियारपुर के पंचायत में लगातार तीनों दिनों तक कैंप लगेगा। जिसमें पंचायत के सभी लाभार्थियों का गोल्डेन हेल्थ कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

नि:शुल्क बनेगा गोल्डेन हेल्थ कार्ड:
आयुष्मान भारत योजना के तहत लगे इस विशेष कैंप के दौरान गोल्डेन हेल्थ कार्ड बनाने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। इस दौरान नि:शुल्क गोल्डेन हेल्थ कार्ड निर्गत किया जायेगा।
माईकिंग से होगा प्रचार-प्रसार:
सिविल सर्जन ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों का निर्देश दिया है कि पंचायतों में विशेष कैंप के विषय में जागरूक करें। ताकि विशेष कैंप के बारे में अधिक-से-अधिक लोगों को जानकारी मिल सके और वे इस कैंप में शामिल होकर अपना गोल्डेन हेल्थ कार्ड बनवा सके।

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि कैंप 100% लक्ष्य पुरा करे इसके लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर माईक्रो प्लान तैयार करें।
गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए लाभुकों को चाहिए ये कागजात :गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए बीपीएल राशन कार्ड एवं प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का पत्र जरूरी है। इसके बिना गोल्डन कार्ड यानी आयुष्मान भारत कार्ड नहीं बन सकता है। बीपीएल कार्ड धारक प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का पत्र ब्लॉक में कार्यरत आशा कार्यकर्ता से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

इन कागजातों को भी लगाना जरूरी: इन दोनों कागजातों के अलावा लाभुकों को आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, बैंक पासबुक में से कोई एक दस्तावेज लगाना अनिवार्य है। तभी लोगों का गोल्डन कार्ड बनाया जा सकता है। इस मौके पर बीडीओ, डीपीएम, बीएचएम, बीसीएम, शिक्षा विभाग के अधिकारी, आशा, आंगनबाड़ी, मेडिकल आफिसर तथा जनप्रतिनिधि सहित ग्रामीण उपस्थित थे।

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