-विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत 1 से 7 अगस्त तक चला जागरूकता कार्यक्रम
– अंतिम दिन हसनगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वस्थ्य शिशु प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
-प्रतियोगिता में 6 माह से 2 वर्ष के बच्चे हुए शामिल
कटिहार, 7 अगस्त :
विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को हसनगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वस्थ्य शिशु प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे पिरामल फाउंडेशन के बीटीओ बिभूति चन्द्र युगल ने बताया कि कोविड़-19 के प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुये इस प्रतियोगिता में 6 माह से 2 वर्ष के बच्चों को शामिल किया गया। कार्यक्रम में बच्चों का वजन, ऊंचाई, MUAC टैप से कुपोषण का माप एवं माताओं से 5 प्रश्न के जवाब के आधार पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार के लिए बच्चों का चयन किया गया। प्रथम पुरस्कार के लिये बैभव कुमार, द्वितीय पुरस्कार के लिए रौनक कुमार एवं तृतीय पुरस्कार के लिए मिस्टी कुमारी का चयन किया गया। विजेताओं को कोरोना के नोडल अधिकारी संजय कुमार, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आरसी ठाकुर एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक धन्नजय कुमार ने सम्मिलित रूप से पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
180 दिन के बाद बच्चे को दें ऊपरी आहार:
वहीं कार्यक्रम में धात्री माताओं को संबोधित करते हुए डॉ आरसी ठाकुर ने कहा कि नवजात के जन्म के तुरंत बाद स्तनपान और 180 दिनों के बाद मां के दूध के साथ ऊपरी आहार देना जरूरी है। इस अवधि में बच्चों में शारीरिक और मानसिक विकास तीव्र गति से होता है। हमारे आज के स्वस्थ बच्चे कल का भविष्य हैं।
आंगनबाड़ी केंद्र में भी हुआ आयोजन:
इससे पहले गुरुवार को विश्व स्तनपान सप्ताह पर हसनगंज के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 90 पर आंगनवाड़ी सेविकाओं द्वारा लाभार्थियो को स्तनपान पर फ्लिप चार्ट द्वारा शीघ्र स्तनपान, 6 माह तक सिर्फ स्तनपान, ऊपरी आहार आदि विषयों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में पिरामल फॉउंडेशन के बीटीओ बिभूति चंद्र युगल के नेतृत्व में स्तनपान पर शपथ ग्रहण भी कराया गया।
पूरे जिले में चला जागरूकता अभियान:
कोरोना संक्रमण काल में स्तनपान के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने के लिए स्तनपान सप्ताह के दौरान आशा, ममता, आंगनबाड़ी सेविका व एएनएम द्वारा घर-घर जाकर माताओं को स्तनपान कराने के लिए जागरूक किया गया। शिशुओं को नियमित स्तनपान कराने के लिए उन्हें प्रेरित किया गया। मां के दूध से बच्चा सदैव सुरक्षित रहता है, इससे बच्चे में संक्रमण नहीं फैलता। इसलिए माताओं को स्तनपान कराकर बच्चे को बाहरी बीमारियों से सुरक्षित रखने की अपील की गई।
संक्रमण के दौरान माताएं रखें स्वच्छता का विशेष ध्यान:
विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान माताओं को बताया गया कि स्तनपान से नवजात और मां के बीच भावनात्मक संबंध तो विकसित होता ही है, विटामिन, एंटीबॉडी व पोषक तत्वों से भरपूर मां के दूध का कोई विकल्प नहीं है। इसलिए जन्म के एक घंटे के अंदर बच्चे को मां का दूध पिलाना जरूर शुरू कर देना चाहिए। साथ ही माताओं को कोविड-19 के इस दौर में विशेष सतर्कता अपनाने पर बल देने को कहा गया। परिजनों को भी जागरूक करते हुए बताया गया कि संक्रमण के इस दौर में नवजात की सुरक्षा के लिए माताओं को सुरक्षित वातावरण, सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही मास्क का उपयोग करना, लोगों से प्रर्याप्त दूरी बनाए रखना, अपने रोजमर्रा के सामानों को दूसरों से साझा नहीं करना तथा लगातार होथों को साबुन से धोते रहना सबसे ज्यादा जरूरी है।
इनकी रही मौजूदगी:
शुक्रवार को हसनगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित स्वस्थ्य शिशु प्रतियोगिता कार्यक्रम में प्रधान लिपिक मायानंद मिश्रा, केअर कीबीएम सुश्री रितिका, जीविका की सीएम जुली कुमारी, किरण कुमारी एवं धात्री माताएं उपस्थित थीं।