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पूर्णिया : जिलाधिकारी के अध्यक्षता में हुई कोविड टास्क फोर्स की बैठक

– कोरोना वैक्सीन टीकाकरण की तैयारियों को सुदृढ कराने का दिया निर्देश
– जिले में कोरोना रिकवरी रेट है 98.26 प्रतिशत
– 23 दिसंबर से शुरू हो रहे विटामिन-ए टीकाकरण अभियान की तैयारियों का भी लिया जायजा

पूर्णिया : 15 दिसंबर

जिला पदाधिकारी राहुल कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति एवं वैक्सीन टीकाकरण की तैयारियों को लेकर टास्क फोर्स की बैठक की गई. बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य अधिकारियों से कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी ली. कोरोना टीकाकरण के लिए जिले में एक हजार टीकाकरण केंद्र सुनिश्चित किया जाना है. साथ ही टीकाकरण के लिए लाभार्थियों की जानकारी कोविड-19 पोर्टल पर उपलब्ध कराने और टीकाकरण केंद्र में जरूरी सुरक्षाकर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है. आयोजित बैठक में जिला सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा, एसीएमओ डॉ. एस के वर्मा, डीआईओ डॉ. एस सी पासवान, डीपीएम(स्वास्थ्य) ब्रजेश कुमार सिंह, आईसीडीएस डीपीओ शोभा सिन्हा, एपिडेमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला, डब्ल्यूएचओ, केयर, यूनीसेफ, पाथ कम्युनिकेशन के साथ अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे.

जिले में कोविड रिकवरी रेट 98.26 प्रतिशत :
टास्क फोर्स की आयोजित बैठक में जिलाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कि जिले का कोरोना रिकवरी रेट 98.26 प्रतिशत है जबकि कोरोना मृत्यु दर 1 प्रतिशत है. सोमवार को जिले में 2700 व्यक्तियों की एंटीजन टेस्ट व 1000 व्यक्तियों की आरटी-पीसीआर जांच की गई है. वर्तमान में जिले में कोरोना के 125 केस सक्रिय हैं. जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को कोरोना जांच में लापरवाही न बरतते हुए प्रतिदिन 4 हजार तक जांच करने का निर्देश दिया है. बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण से अबतक 26 लोगों की मृत्यु हुई है, जिसमें से 10 लोगों को सरकारी मुआवजा 4 लाख प्रतिव्यक्ति दिया जा चुका है. बाकी लोगों के मुआवजे की प्रक्रिया भी चल रही है. सभी सरकारी अस्पतालों के साथ ही 5 प्राइवेट अस्पतालों में भी एंटीजन व आरटी-पीसीआर जांच किया जा रहा है और संक्रमण से नियंत्रण के लिए जिला में कोविड कंट्रोल रूम भी सुचारू रूप से कार्यरत हैं.

विटामिन-ए टीकाकरण अभियान के तैयारियों का भी लिया जायजा :
आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने 23 से 26 दिसंबर तक चलाये जाने वाले विटामिन ए टीकाकरण अभियान के तैयारियों का भी जायजा लिया. 09 माह से 05 वर्ष तक के बच्चों को स्वास्थ्य व पोषण स्तर में सुधार लाने व रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करने के लिए उन्हें विटामिन ए की खुराक दी जाती है. जिले में 09 माह से 05 वर्ष तक के कुल बच्चों की संख्या 6.50 लाख है. सभी बच्चों तक विटामिन ए की खुराक उपलब्ध कराने के लिए जिला व प्रखंड स्तर पर कार्यशाला आयोजित कर स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा. 25 दिसम्बर को क्रिसमस दिवस के राजकीय अवकाश को देखते हुए जरूरत के मुताबिक कार्यक्रम को एक दिन आगे भी बढ़ाये जाने की छूट दी गई है. अभियान के दौरान सभी टीकाकर्मी को कोविड गाइडलाइन का पालन करने व मास्क, ग्लव्स, सैनिटाइजर के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया गया है.

विटामिन-ए से होता है बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस. सी. पासवान ने बताया कि विटामिन-ए की कमी से बच्चे बार-बार बीमार पड़ते हैं विटामिन-ए की कमी शरीर के सभी अंगों के लिए नुकसानदेह है लेकिन इसका प्रभाव केवल आंखों पर ही परिलक्षित होता है. जिसके लिए शिशुओं को विटामिन ए की खुराक देना जरूरी है. इससे उनके रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है.

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