-यूनिसेफ द्वारा चलाया जा रहा है कार्यक्रम
-जिला स्वास्थ्य समिति कर रही है सहयोग
पूर्णियाँ : 04 दिसम्बर
पूर्णिया जिले में पांच साल से कम उम्र के बच्चों के बीच कुपोषण की दर को कम करने के लिए यूनिसेफ के सहयोग से कॉम्प्रिहेंसिव मैनेजमेंट फॉर एक्यूट मालन्यूट्रिशन कार्यक्रम के तहत जिला सदर अस्पताल के एएनएम स्कूल प्रांगण में एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया. जिसमें पोषण के महत्व को समझाने व उसे समाजिक स्तर पर लागू करवाने तथा 0 से 5 साल तक के बच्चों में होने वाले कुपोषण को दूर करने के लिए जानकारी दी गई.
एएनएम द्वारा किया जाएगा इलाज :
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि जो बच्चे गंभीर कुपोषित होते हैं उन्हें एनआरसी में भेज के वहाँ से उनको समूचित इलाज की सुविधा उपलब्ध हो जाती है लेकिन कुछ अतिकुपोषित बच्चे होते हैं जो किसी कारणवश एनआरसी नहीं पहुँच पाते, जिनका इलाज नहीं हो पाता है. इसके लिए यूनिसेफ द्वारा तीव्र कुपोषण के समुदाय आधारित प्रबंधन (कॉम्प्रिहेंसिव मैनेजमेंट फॉर एक्यूट मालन्यूट्रिशन – CMAM) कार्यक्रम चलाया गया है जिसमें ऐसे अतिकुपोषित बच्चों का इलाज एएनएम द्वारा समुदाय में उनके घर पर ही कर दिया जाता है. इससे न केवल कुपोषित बच्चों की संख्या में कमी होगी बल्कि भविष्य में बच्चों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा.
सामुदायिक स्तर पर होगी कुपोषित बच्चों की जांच :
यूनिसेफ की कंसल्टेंट व मास्टर ट्रेनर वृंदा किरादो ने बताया कि कुपोषित बच्चों के बेहतरी के लिए आईसीडीएस विभाग की मदद द्वारा उन कुपोषित बच्चों की खोज की जायेगी जो अतिकुपोषित है व जिनकी भर्ती एनआरसी में नहीं हुई है. उनको समुदाय स्तर पर ही कैसे इलाज किया जायेगा. इसके लिए एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया| इसमे एएनएम द्वारा आरोग्य दिवस के दिन सीमैंम क्लीनिक लगाया जायेगा. इसमे क्षेत्र के सभी बच्चों की जांच होगी. इसमें 0 से 5 साल तक के ऐसे अतिकुपोषित बच्चे जिनका वजन उनकी ऊंचाई के अनुसार कम होता है उन्हें समुदाय स्तर पर ही ठीक किया जाएगा.
विभिन्न विभागों द्वारा किया जा रहा है सहयोग :
यह कार्यक्रम को यूनिसेफ द्वारा चलाया जा रहा है. इसमें विभिन्न विभागों का भी सहयोग लिया जा रहा है. आईसीडीएस, जिला स्वास्थ्य समिति के अलावा इसमें पूसा एग्रीकल्चर, दिल्ली की पीपीएमयू, कलावती शरण चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, सेन्टर ऑफ एक्ससलेंस पीएमसीएच आदि के मास्टर ट्रेनर ने एएनएम को प्रशिक्षित करने का काम किया. प्रशिक्षण में जिला स्वास्थ्य समिति से डीसीएम संजय दिनकर, पूसा एग्रीकल्चर से मेघा सिंह, पीपीएमयू से रामराज सिंह, हेल्थ एजुकेटर संजय सिंह एवं डॉ मन्वन्त आदि उपस्थित थे.