जिले में कोविड-19 संक्रमण मुक्त करने के लिए प्रशासन पूरी तरह तत्पर
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– क्वारंटाइन कैम्प में रखे जा रहे बाहर से आने वाले लोग व की जा रही जांच
– आशा व आंगनबाड़ी सेविका द्वारा कराया गया है घर-घर जांच
– ऑरेंज जोन में है जिला, लॉक डाउन में मिली कुछ छूट
पूर्णियाँ : 05 मई
जिला में कोविड-19 को खत्म करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है. जिले में बाहर से आए लोगों की पूरी तरह जांच करवाई जा रही है और उन्हें क्वारंटाइन कैम्प में 21 दिनों तक आइसोलेशन में रखा जा रहा है. संक्रमित व्यक्ति की पहचान के लिए आशा कर्मियों और आंगनवाड़ी सेविकाओं द्वारा घर-घर जा कर लोगों की जांच की गई है. जिला में कोरोना से संक्रमित केवल एक व्यक्ति ही हैं जिसका दूसरा जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आया है और तीसरा जांच के लिए भी रिपोर्ट भेजा जा रहा है. हालांकि अभी जिला ऑरेंज जोन में है जिससे जिलावासियों को जिलाधिकारी के आदेशानुसार कुछ गतिविधियों में छूट दी गई है.
क्वारंटाइन कैम्प में रखे जा रहे बाहर से आने वाले लोग :
प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन शाखा द्वारा बताया गया कि सभी बाहर से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन कैम्प में रखा जा रहा है. प्रखंडों के क्वारंटाइन कैंपो में रहने वालों की कुल संख्या 663 है. इसमें पूर्णियाँ पूर्व प्रखंड में 35, श्रीनगर में 76, के० नगर में 13, कसबा में 18, जलालगढ़ में 22, अमौर में 34, बैसा में 12, डगरुआ में 56, बायसी में 58, धमदाहा में 60, सरसी में 51, रुपौली में 68, भवानीपुर में 92, बनबनखी में 42 और बीकोठी में 39 व्यक्ति क्वारंटाइन में रखे गए हैं. इन सभी कैम्प में मेडिकल टीम द्वारा नियमित निरक्षण कर लोगों की जांच भी की जा रही है. इसके अलावा विद्यालयों के 47 क्वारंटाइन कैम्प्स में भी 370 व्यक्तियों को रखा गया है जहाँ उनकी जांच की जा रही है.
आंगनबाड़ी सेविकाओं और आशाओं द्वारा किया गया घर-घर सर्वेक्षण :
जिले में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की जांच के लिए आंगनवाड़ी सेविकाओं और आशाओं द्वारा भी पोलियो अभियान की तरह घर-घर सर्वेक्षण किया गया है. उनके द्वारा प्रत्येक घर में जाकर कोरोना के तीन प्रमुख लक्षण सर्दी, सांस लेने में तकलीफ और खांसी के मरीजों की खोज की गई. इनके द्वारा जिले के कुल 125829 घरों का सर्वेक्षण किया गया जिसमें कुल 693446 लोगों की जांच की गई. उनके द्वारा ऐसे सभी लोग जो राज्य के बाहर से, विदेश से या राज्य के बाहर से नहीं भी आए हैं तब भी अगर उनमें बुखार के साथ खांसी अथवा सांस लेने में तकलीफ की समस्या है इसकी जानकारी प्राप्त की गई. जिले में ऐसे किसी भी व्यक्ति को नहीं पाया गया जिसमें इस प्रकार की समस्या है. हालांकि के० नगर प्रखंड के एक लोकल व्यक्ति में ऐसे लक्षण दिखाई दिए जिसका इलाज करवाया गया है.
ऑरेंज जोन के कारण लॉक डाउन से जिलावासियों को मिलेगी कुछ छूट :
जिला में कोरोना से संक्रमित केवल एक व्यक्ति पाए गए थे जिन्हें आइसोलेट किया जा चुका था. उनका पहला जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया था. जिला प्रशासन द्वारा उनके संपर्क में जितने भी लोग थे सभी को आइसोलेट किया गया था और जांच करवाई गई थी जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई थी. अब उस एक पॉजिटिव व्यक्ति का दूसरा जांच रिपोर्ट नेगेटिव पाया गया है. हालांकि उस वजह से जिला ऑरेंज जोन कैटेगरी में शामिल किया गया है. राज्य सरकार के आदेश के आलोक में जिला पदाधिकारी द्वारा लॉक डाउन में कुछ छूट दी गई है. इसमें सभी प्रकार की वस्तुओं के लिए ई-कॉमर्स, सभी प्रकार के निर्माण कार्य, सभी प्रकार के उद्योगों का संचालन, सैलून व स्पा की दुकानों को खुलने की अनुमति दी गई है. इसके अलावा अन्य चीजों के लिए वही आदेश लागू रहेगा जो रेड जोन के लिए लागू है. पूर्व से मान्य आवश्यक वस्तुओं की दुकानें भी जिले में खुल सकती है.