पूर्णियाँ : कोरोना के बीच मलेरिया से बचाव का भी रखें ध्यान : डॉ. आर. पी. मंडल
अस्पतालों में क्लोरोक्वीन, मलेरिया किट और री-एजेंट की करायी गयी उपलब्धता
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• लोगों को जागरूक करने में सहायक बन रहा सोशल मीडिया
• हर वर्ष 25 अप्रैल को मनाया जाता है मलेरिया दिवस
पूर्णियाँ : 24 अप्रैल
कारोना संक्रमण के बीच लोगों को मलेरिया से बचाव को जिला स्वास्थ्य समिति पूरी तरह तत्पर है। इससे बचाव के लिए विभाग के द्वारा सभी पीएचसी में क्लोरोक्वीन दवाईंया, मलेरिया किट, री एजेंट की पर्याप्त व्यवस्था कर दी गयी है। ये बातें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. आर. पी. मंडल ने कही। उन्होंने कहा कि भारत में 25 अप्रैल को मलेरिया दिवस के रुप में मनाया जाता है। इस वर्ष कोरोना संक्रमण को लेकर हम एक जगह एकत्रित तो नहीं हो रहे। पर लोगों को सोशल मीडिया, पंपलेट और अन्य माध्यमों से लोगों तक मलेरिया से बचने के लिए संदेश दे रहे हैं। यद्यपि बिहार में मलेरिया का प्रकोप उस तरह का नहीं है फिर भी एहतियातन विभाग मलेरिया से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। इसे लेकर हमारी तैयारी भी पूरी है। प्रत्येक पीएचसी में मलेरिया के कारण लक्षण से संबंधित पर्चे भी बांट दिये गये हैं।
संक्रामक रोग है मलेरिया:
मलेरिया रोग भी संक्रामक रोग की श्रेणी में आता है। यह मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है। इसके काटने से प्लाज्मोडियम नाम का परजीवी मनुष्य के अंदर प्रवेश कर जाता है। इस बीमारी से बचने का सबसे बेहतर उपाय है सफाई। इसलिए कोविड को लेकर भी अभी गांव से लेकर शहर तक सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है।
लार्वा को ही न पनपने दें:
अपने आस -पास पानी इक्ठठा नहीं होने दें। नालियों के पानी को भी जाम नहीं होने दें। रुके हुए पानी में ही लार्वा उतपन्न होते हैं। अगर आस पास पानी जमा है तो उसमें किरोसिन का तेल डाल दें। ऐसा करने से पानी के उपर एक लेयर बन जाता है। जिससे लार्वा को आक्सीजन मिलने में दिक्कत होती है। मलेरिया से बचने का सबसे आसान उपाय है मच्छरदानी का प्रयोग करना।
कालाजार के छिड़काव से मिलेगी सहायता :
जिले में 60 दिनों तक कालाजार से बचाव के लिए हो रहे छिड़काव से भी मलेरिया से राहत मिलेगी। इसमें प्रभावित घरों में घरों के अंदर भी छह फीट की उंचाई तक दवा का छिड़काव किया जाना है।
ये हैं लक्षण:
• सर्दी व कंपन के साथ बुखार आना
• तेज बुखार, उल्टी चक्कर आना व सरदर्द
• बुखार उतरते समय पसीना -पसीना हो जाना
• एक दिन के अंतराल पर बुखार आना
मलेरिया के लक्षण दिखाई दे तो उसे नजरंदाज न करें. मलेरिया की जांच प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर निःशुल्क उपलब्ध है। साथ ही मलेरिया की सम्पूर्ण उपचार संभव है.