सड़क निर्माण व रंग-रोगन के नाम पर की जा रही खानापूर्ति
जमालपुर। अंग्रेजी शासनकाल के दौरान जमालपुर में स्थापित एशिया प्रसिद्ध रेल इंजन कारखाना जमालपुर में आधिकारिक उदासीनता जमालपुर के विकास की गति को अवरोध करती है। जिसका एक और उदाहरण तब दिखा जब पूर्व रेलवे हावड़ा जोन के रेल महाप्रबंधक (जीएम) हरिंद्र राव के वार्षिक निरीक्षण कार्यक्रम को लेकर उनके स्वागत में सड़क निर्माण व रंग-रोगन के नाम पर केवल खानापूर्ति मात्र की जा रही है। जीएम के आगमन से एक दिन पूर्व खस्ताहाल हो चुके उन नवनिर्मित सड़कों का मरम्मतीकरण किया जा रहा है, जिस रास्ते से जीएम का काफिला गुजरते हुए जमालपुर स्टेशन से रेल कारखाना व अन्य कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। जमालपुर स्टेशन से जुबली वेल चौराहा के बीच, रेलवे बड़ी पुल, अल्बर्ट रोड, रेलवे मुख्य अस्पताल रोड सहित कई जगहों पर क्षतिग्रस्त सड़क को पीसीसी की मदद से मरम्मत करने का प्रयास किया जा रहा है। उधर, स्टेडियम रोड स्थित यांत्रिक निवास के निकट पूरी तरह से जर्जर हो चुके रास्ते पर जीएम के आगमन से ठीक पहले आनन-फानन में जैसे-तैसे सड़क निर्माण कराया जा रहा है। सड़क निर्माण में किसी भी मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। रंग-रोगन के नाम पर भी रेलवे की राशि का जमकर लूट हो रहा है। अधिकांश दीवारों एवं फेंसिंग पर बाहर से तो रंग-रोगन किया गया है, लेकिन अंदर की तरफ से सफाई तक नहीं की गई है। माना जा रहा है कि रेल कारखाना प्रबंधन द्वारा सड़क निर्माण, सड़क व दीवार के मरम्मतीकरण एवं रंग-रोगन के नाम पर करोड़ों का बजट तैयार किया गया है। मगर, बजट की तुलना में एक-चौथाई काम भी सही ढंग से दुरुस्त नहीं किया गया है। इतना ही नहीं, पायलट ट्रेनिंग स्कूल की दीवारों पर लगी धूल को को महज पानी की मदद से साफ कर लिया गया है। रेलवे मुख्य अस्पताल में भी मरम्मत एवं रंग-रोगन के नाम पर जैसे-तैसे काम किया गया है।