युद्धस्तर पर कार्य करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग
29 पूजा पंडालों में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
31 लाख से अधिक ओआरएस पैकेट का भंडारण
12 मेडिकल टीम राहत-बचाव कार्य में शामिल
10 राज्य कार्यक्रम पदाधिकारियों को दी गयी ज़िम्मेदारी
पटना। शहर में बाढ़ के बाद फ़ैलने वाली बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। शहर के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में पानी स्तर में कमी आई है। कुछ इलाकों से पूरी तरह पानी की निकासी भी हो चुकी है। इन सब के बीच मच्छर एवं पानी जनित रोगों के फ़ैलने की संभावना भी बढ़ गयी है। इसको ध्यान में रखते हुये स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है।
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा डायरिया, सर्पदंश , फंगस संक्रमण एवं मच्छर से फ़ैलने वाले रोग जैसे डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए ब्लीचिंग पाउडर एवं चूना, ओआरएस पैकेट, ज़िंक सल्फेट, स्किन क्रीम एवं सर्पदंश की दवाओं का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया गया है।
29 स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर :
बाढ़ के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों को लेकर प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग ने विस्तृत जानकारी दी है। यह बताया गया है कि शहर के लोगों को विशेष चिकित्सकीय सुविधा प्रदान करने के लिए शहर के 29 पूजा पंडालों में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं। जबकि 22 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है।
10 राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी शामिल:
राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग कि तरफ से 10 राज्य कार्यक्रम पदाधिकारियों को काम पर लगाया गया है। साथ ही जिला प्रशासन के साथ 12 चिकित्सा दलों को भी शामिल किया गया है।
प्रचार-प्रसार पर ज़ोर एवं छिड़काव :
बीमारियों से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार का भी सहारा लिया जा रहा है। इसके लिए 4 मानव चलित रिक्सा से डेंगू बचाव पर जागरूकता फैलाई जा रही है। साथ ही 12 ई-रिक्सा पर रेडियो जिंगल की सहायता से महामारी की रोकथाम पर प्रचार किया जा रहा है।
बाढ़ के बाद मच्छरों का प्रकोप पूरे शहर में बढ़ा है। इसकी रोकथाम के लिए 12 दलों के द्वारा ई-रिक्सा से लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है। 17 दल ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव में लगे है।
वैशाली गोलंबर से राजेन्द्र नगर तक जेसीबी के ऊपर बैठ कर 2 दल जलजमाव वाले क्षेत्र में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर रहे हैं एवं आधा किलो ब्लीचिंग पाउडर प्रत्येक घर में वितरित कर रहे हैं।
ब्लीचिंग पाउडर निर्माण में तेजी:
ब्लीचिंग पाउडर की खपत को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने फुलवारी शरीफ एवं वैशाली जिला में पटना के लिए ब्लीचिंग पाउडर के निर्माण में तेजी लायी है। फुलवारी शरीफ में ब्लीचिंग पाउडर के आधा किलो के 6 हजार पैकेट एवं वैशाली जिला में पटना के लिए ब्लीचिंग पाउडर के आधा किलो के 5 हजार पैकेट प्रतिदिन निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया है।
जरूरी दवाओं का पर्याप्त भंडारण:
बाढ़ के बाद फ़ैलने वाले रोगों की रोकथाम एवं इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जरूरी दवाओं का भंडारण कर लिया है।
जिसमें ब्लीचिंग पाउडर के 900 बैग , चूना के 3000 बैग, ओआरएस के 31.40 लाख पैकेट, पैरासेटामोल की 31.90 लाख गोली, 26120 एंटि-रेट्रोवायरल, 17458 स्नेक वेनम एंटि-सीरम, 12.61 लाख ज़िंक सल्फेट एवं फंगस संक्रमण रोकने के लिए माईकोनाजोल क्रीम की 2.88 लाख ट्यूब का भंडारण किया गया है।