चुनावी सरगर्मी के बीच संभावित उम्मीदवारों की सूची
बिहार नगर पालिका संशोधन अध्यादेश 2022 लागू होने के बाद बिहार में राजनीतिक नगर निकाय चुनाव को लेकर सरगर्मी काफी बढ़ गई है।
बिहार में नगर निकाय चुनाव राजनीतिक पार्टी स्तर पर कराए जाने को लेकर जो कयास लगाए जा रहे थे, फिलहाल वह अब तक लागू नहीं हो पाया है। पूर्व की तरह ही इस बार भी नगर निकाय चुनाव पार्टी स्तर पर नहीं कराए जाएंगे। ऐसे में किसी भी राजनीति पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस चुनाव में स्वतंत्र रूप से अपनी उम्मीदवारी पेश करने की स्वतंत्रता होगी।
ऐसे में मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद पद के लिए भी बिहार के सभी नगर निकायों में दावेदारों की फेहरिस्त काफी लंबी होती जा रही है। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों में सक्रिय भूमिका निभाने वाले कार्यकर्ता अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में इस बार एक सुनहरा मौका नजर आ रहा है।
मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद पद पर वर्तमान में आसीन एवं भूतपूर्व जनप्रतिनिधियों के अलावा विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के कई दर्जन सक्रिय कार्यकर्ता खुद को सबसे प्रबल दावेदार मानते हुए नगर निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। इन परिस्थितियों में इस बार नगर निकाय चुनाव में पार्षद पद से अधिक दिलचस्पी लोगों में मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद पद के लिए होने वाले दंगल को लेकर होगी।
चुनाव उपरांत, जीत चाहे जिसे भी मिले, लेकिन सोशल मीडिया पर खुद को अगला मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद घोषित करने वाले लोगों की होड़ लग चुकी है। भविष्य में विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना देखने वाले सक्रिय सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता इस नगर निकाय चुनाव को आगामी विधानसभा चुनाव के टिकट के लिए वाइल्ड कार्ड एंट्री के रूप में देख रहे हैं।
राजनीतिक पंडितों की माने तो, बिहार के सभी नगर निकायों के मेयर-डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद पद के प्रत्याशी चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए ना सिर्फ आम जनता के बीच लोक लुभावने वायदे पेश करेंगे बल्कि पानी की तरह पैसे भी बहाएंगे।
धनबल और बाहुबल के इस लड़ाई में आम जनता की भागीदारी ने खेल को पूरी तरह से खोल कर रख दिया है।
सभी पार्टियों के सक्रिय कार्यकर्ता देख रहे हैं मेयर बनने का सपना