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जिला पदाधिकारी ने पीएमएमवीवाई सप्ताह शिविर की शुरुआत

2 से 8 दिसम्बर तक चलेगा सप्ताह

• जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर चलेगा सघन अभियान
• सप्ताह के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाले होंगे पुरस्कृत

सहरसा / 02 दिसंबर :

जिला में सोमवार को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना(पीएमएमवीवाई) सप्ताह की शुरुआत हुयी. इसको लेकर सत्तर कटैया ब्लॉक में जिला पदाधिकारी शैलजा शर्मा ने शिविर का किया उद्घाटन।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आईसीडीएस कुमारी रीता सिन्हा ने बताया जिला में 2 से 8 दिसम्बर तक जिले में पीएमएमवीवाई सप्ताह मनाया जाएगा. यह अभियान जिले से लेकर ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर सघन रूप से चलाया जाएगा. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का मुख्य उद्देश्य प्रथम बार माँ बनने वाली महिलाओं को तीन क़िस्त के जरिए 5000 रुपए की राशि का लाभ देना है. अभियान के दौरान अधिक महिलाओं को योजना का लाभ देने की कोशिश भी की जाएगी. सप्ताह के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिला, परियोजना एवं क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय, राज्य, जिला एवं परियोजना स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा.
दो श्रेणियों में दिए जाएंगे पुरस्कार: जिला स्तर पर पुरस्कार का वितरण दो श्रेणियों में होगा. प्रथम श्रेणी में जिला स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एक परियोजन के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं उनके डाटा एंट्री ऑपरेटर को पुरस्कार दिया जाएगा. जबकि दूसरे श्रेणी में प्रत्येक परियोजना से बेहतर प्रदर्शन करने वाले एक आंगनबाड़ी सेविका एवं एक सहायिका को पुरस्कार दिया जाएगा.
लंबित आवेदनों एवं भुगतान को शून्य करने पर होगा ज़ोर: सप्ताह के दौरान लंबित आवेदनों एवं भुगतान को शून्य करने पर विशेष ज़ोर दिया जाएगा. इसके लिए दूसरे एवं तीसरे क़िस्त हेतु योग्य लाभार्थियों से आवेदन प्राप्त कर प्रस्तावित तिथि को परियोजना स्तर पर पूर्णतः निष्पादित किया जाएगा.
यह है योजना: इस योजना के तहत प्रथम बार माँ बनने वाली माताओं को 5000 रुपये की सहायक धनराशि दी जाती है, जो सीधे गर्भवती महिलाओं के खाते में पहुँचती है। इस योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि को तीन किस्तों में दिया जाता है. पहली क़िस्त 1000 रुपये की तब दी जाती है जब गर्भवती महिला अंतिम मासिक चक्र के 150 दिनों के अंदर गर्भावस्था का पंजीकरण कराती है. दूसरी किस्त में 2000 रुपये गर्भवती महिला को गर्भावस्था के 6 माह पूरा होने के बाद कम से कम एक प्रसव पूर्व जाँच कराने पर दी जाती है. तीसरी और अंतिम किश्त में 2000 रुपये बच्चे के जन्म पंजीकरण के उपरांत एवं प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने के बाद प्रदान की जाती है.
इस दौरान केयर इंडिया के डीटीएल रोहित रैना ने उपस्थित सेविकाओं को काउंसलिंग संबंधित जानकारियां दी। इस मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, यूनिसेफ और केयर इंडिया तथा सेविका, जनप्रतिनिधि, तथा अन्य सहयोगी संस्था के सदस्य ग्रामीण उपस्थित थे।

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