WHY HEALTH INSURANCE IS IMPORTANT
HEALTH INSURANCE IN INDIA
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अचानक बीमार पड़ने की स्थिति में महंगा उपचार कराना खासकर मध्यम वर्ग के लोगों के लिए काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में महसूस होता है कि काश, कोई ऐसा रास्ता होता, जिसकी सहायता से आर्थिक अभाव महसूस किए बगैर पूरा उपचार करा सकते।
हेल्थ इंश्योरेंस के फायदे
गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के बढ़ते मामलों और महंगी होती चिकित्सा सेवाओं को देखते हुए हेल्थ इंश्योरेंस लेना बहुत जरूरी हो जाता है। इसके लिए आपको नियमित अंतराल पर कुछ निश्चित प्रीमियम देना पड़ता है, लेकिन आप मेडिकल एमरजेंसी के समय तनाव और बहुत सारी आर्थिक परेशानियों से बच जाते हैं। यानी आपात स्थिति में उपचार कराने के लिए आपको आर्थिक मजबूरी का सामना नहीं करना पड़ता।
बिना भुगतान किए उपचार की सुविधा
अगर आपका हेल्थ इंश्योरेंस है तो आपको इलाज के दौरान पैसों र्की ंचता करने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि इंश्योरेंस कंपनियों का विभिन्न हॉस्पिटलों से टाई-अप रहता है। इससे आपको अपना उपचार कराने के लिए कैशलेस सुविधा मिल जाती है। यानी अपने इंश्योरेंस की जानकारी हॉस्पिटल को दें और अपना इलाज कराएं।
भर्ती होने से पहले और बाद का कवरेज
इंश्योरेंस पॉलिसी में हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले, उसके दौरान और हॉस्पिटल से छुट्टी होने के 60 दिनों के बाद तक की अवधि को कवर किया जाता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कौनसा प्लान लिया है। यानी प्लान लेने में सावधानी बरतनी चाहिए।
ट्रांसपोर्टेशन खर्च
इंश्योरेंस पॉलिसी में मरीज को हॉस्पिटल तक लाने में एंबुलेंस का जो किराया होता है, वो भी कवर होता है।
नो क्लेम बोनस (एनसीबी)
जिस व्यक्ति का बीमा है, अगर उसने पिछले वर्ष कोई क्लेम फाइल नहीं किया है तो उसे कुछ बोनस प्वाइंट मिलते हैं।
फ्री मेडिकल चेकअप
इंश्योरेंस पॉलिसीज में हेल्थ चेकअप का भी विकल्प होता है। कई बीमा कंपनियां आपके पिछले एनसीबी के आधार पर भी हेल्थ चेकअप की सुविधा उपलब्ध कराती हैं। आपको हेल्थ चेकअप का लाभ उठाना चाहिए, ताकि आप किसी भी गंभीर बीमारी से सुरक्षित भी रह सकें।
टैक्स में छूट का लाभ
हेल्थ इंश्योरेंस के लिए जो प्रीमियम का भुगतान किया जाता है, उस पर आयकर भुगतान अधिनियम की धारा 80डी के तहत टैक्स में छूट मिलती है। इसकी जानकारी इंश्योरेंस कंपनी से भी ले सकते हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार
व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा: इस पॉलिसी में जिस व्यक्ति ने हेल्थ इंश्योरेंस लिया है, उसकी बीमारी पर खर्च होने वाली राशि और हॉस्पिटल में भर्ती होने का खर्च सम्मिलित होता है। जिस व्यक्ति ने बीमा कराया है, उसकी आयु के आधार पर इसका प्रीमियम निर्धारित होता है।
परिवार स्वास्थ्य बीमा योजना
इसमें एक पॉलिसी के अंतर्गत परिवार के सभी सदस्यों का विभिन्न बीमारियों के लिए बीमा कराया जाता है। इसमें बीमा कंपनी की ओर से एक निश्चित राशि निर्धारित होती है, जिसका उपयोग परिवार के सभी सदस्यों या एक सदस्य द्वारा किया जा सकता है।
सीनियर सिटीजन हेल्थ इंश्योरेंस प्लान
यह पॉलिसी बुजुर्गों या उन लोगों के लिए होती है, जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है। यह उम्रदराज लोगों को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के विरुद्ध सुरक्षा उपलब्ध कराती है।
सर्जरी और गंभीर बीमारियों के लिए इंश्योरेंस प्लान
यह प्लान उन लोगों के लिए बहुत उपयुक्त है, जिन्हें किडनी फेलियर, पैरालिसिस, कैंसर, हार्ट अटैक आदि गंभीर बीमारियों के लिए उपचार की आवश्यकता है। चूंकि इन स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार बहुत मंहगा होता है, इसलिए इसमें प्रीमियम भी अधिक आता है।
निजी दुर्घटना बीमा
यह पॉलिसी दुर्घटना होने की स्थिति में सुरक्षा प्रदान करती है। प्रीमियम इस बात पर निर्भर करता है कि आप कवर के रूप में कितनी राशि चाहते हैं