अंतःकरण पवित्रता से परमात्मा का दर्शन संभव
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जमालपुर। संतमत सत्संग आश्रम नयागांव का 62 वां स्थापना दिवस गुरुवार को आश्रम परिसर में समारोह पूर्वक संपन्न हुआ। आश्रम समिति के अध्यक्ष अर्जुन तांती की अध्यक्षता एवं सचिव ओम प्रकाश गुप्ता के संचालन में आयोजित स्थापना दिवस समारोह के दौरान एक दिवसीय संतमत सत्संग अधिवेशन भी संपन्न कराया गया। समारोह के आरंभ में सत्संग, प्रवचन, भजन स्तुति, प्रार्थना करते हुए संतमत के गुरु महाराज परम पूज्य महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज को नमन किया गया। अधिवेशन के मुख्य प्रवचनकर्ता संतमत के प्रधान आचार्य पूज्यपाद स्वामी चतुरानंद जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि प्रकाश और शब्द ज्ञान का आधार है। आवागमन के चक्कर में पड़े रहना ही सबसे बड़ा दुख है। ब्रह्म ज्ञान पाने का अधिकारी मनुष्य शरीर हमें बड़े भाग्य से मिला है। यह मनुष्य शरीर देवताओं को भी दुर्लभ है। परमात्मा निर्विषय तत्व है। अंतःकरण पवित्र होने से ही परमात्मा का दर्शन संभव हो सकता है। जैसे दूध में घी रहता है, परंतु दूध में घी का दर्शन नहीं होता है। उसी प्रकार इस मनुष्य शरीर में परमात्मा का वास होते हुए भी हमें उनका दर्शन सामान्य आंखों से नहीं हो पाता है। ध्यान साधना के माध्यम से जब हम अपने अंतःकरण में परमात्मा की तलाश करते हैं तो हमारे ध्यान-साधना से अंतःकरण में व्याप्त परमात्मा का दिव्य दर्शन होता है। मन का सिमटाव ज्योति योग एवं साधना से ही संभव है। बिना गुरु के शरण गए मानव का कल्याण संभव नहीं। परमात्मा सर्वव्यापक है। बिंदु और नाद परमात्मा का दोनों बायां-दायां हाथ है। इस दौरान स्वामी प्रेमानंद जी महाराज, स्वामी नरेंद्र बाबा, स्वामी गुरुदेव बाबा, स्वामी फूल बाबा, स्वामी हृदय नारायण बाबा एवं प्रभाकर बाबा ने संतमत में संतों एवं सत्संगी श्रद्धालुओं के बीच गुरु-शिष्य के संबंध को अपने प्रवचन के माध्यम से स्पष्ट किया। एकदिवसीय अधिवेशन के समापन सत्र में आरती गान, विदाई गाना एवं भंडारा के उपरांत नए व योग्य सत्संगी श्रद्धालुओं को संतमत की दीक्षा दिलाई गई। सूचना प्रसारण मंत्री राजन कुमार चौरसिया ने बताया कि एक दिवसीय संतमत अधिवेशन में जमालपुर मुंगेर, बरियारपुर, हवेली खड़गपुर, तारापुर, असरगंज, धरहरा, टेटिया बंबर सहित सुल्तानगंज, भागलपुर, कहलगांव, खगड़िया, बेगूसराय, लखीसराय, शेखपुरा आदि शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों की संख्या में संतमत के सत्संगी श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। मौके पर सीताराम वैद्य, संजय यादव, प्रताप मंडल, कारेलाल मंडल, आरके निराला, देवनारायण पासवान, उदय शंकर स्वर्णकार, पवन चौरसिया अधिवक्ता आशीष कुमार, मदन लाल मंडल, राम अवतार साह, दरोगी दास, ब्रह्मदेव दास, शिवचरण साह, चंद्रशेखर मंडल, वासुदेव मंडल, प्रमोद यादव, अशर्फी तांती, मदन यादव, बबलू यादव, कैलाश तांती, रामसागर महतो, परशुराम चौरसिया, डॉ सुबोध शर्मा मौजूद थे